शहर के सुशीला तिवारी अस्पताल के बाहर एक युवक की लाश पड़ी होने की सूचना से हड़कंप मच गया। शोर—शराबा हुआ और लोग पुलिस को बुलाते उससे पहले ही यह मुर्दा जिंदा होकर चुपचाप कहीं चल दिया। यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। शहर में नशेड़ियों कहीं कोई कमी नहीं है। इनकी उल—जलूल हरकत कई बार हैरान भी कर देती है। मामला मंगलवार दोपहर का है।
दरअसल, सुशीला तिवारी अस्पताल के बाहर घास और झाड़ियों के बीच एक व्यक्ति बिलकुल अचेत अवस्था में पड़ा था। आस पास से गुजर रहे लोगों ने पाया कि इसके शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही है।
फिर कुछ लोग हिम्मत करके पास पहुंचे और बेसुध पड़े व्यक्ति को हिलाया—डुलाया। जब करीब 10 से 15 मिनट तक शरीर में कोई हरकत नहीं हुई तो हड़कंप मच गया।
स्थानीय लोगों ने अस्पताल के गार्डों का सूचना दी। सुरक्षा कर्मियों ने अस्पताल प्रबंधक को सूचित किया। प्रबंधन द्वारा पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस के आने से पहले ही चल दिया
वहीं, दूसरी ओर मौके पर भीड़ भी जमा हो गई। इस बीच पुलिस पहुंच भी नहीं पाई थी कि अचानक यह मुर्दे की तरह पड़ा व्यक्ति चुपचाप उठा और बिना किसी से कुछ कहे कहीं चल दिया।
इधर मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि सुशीला तिवारी अस्पताल के पास अकसर एकांत में कुछ नशेड़ी किस्म के लोग घूमते हैं।
बहुत संभव है कि यह व्यक्ति नशे की खुमारी में अस्पताल गेट के निकट एटीएम के पास घास व झाड़ियों में लेट गया था। फिर उसे नींद आ गई। शोर—शराबा सुन वह उठा और मौके से खिसक लिया।